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Wednesday 26 December 2012
Monday 24 December 2012
Saturday 22 December 2012
Tuesday 18 December 2012
Monday 17 December 2012
Sunday 16 December 2012
गाजर आलू की सब्जी – Gajar Aloo ki Sabji
गाजर आलू की सब्जी Gajar Aloo ki Sabji ... http://p.ost.im/p/dUx6Qq
Saturday 15 December 2012
Thursday 13 December 2012
Wednesday 12 December 2012
सूप टोस्ट या सूप ब्रेड – Soup Cubes or Soup Toast
सूप टोस्ट या सूप ब्रेड - सूप ... http://p.ost.im/p/dUJDqC
Tuesday 11 December 2012
घर पर पनीर बनाना (कॉटेज चीज़) – How to make Paneer
घर पर पनीर बनाना (कॉटेज चीज ... http://p.ost.im/p/dUBnB9
Monday 10 December 2012
अरहर की दाल ( दाल फ्राइ) – Toor Daal Fry
अरहर की दाल ( दाल फ्राइ) How to Make ... http://p.ost.im/p/dURq7Y
Sunday 9 December 2012
Saturday 8 December 2012
शहद की औषधीय उपयोग- Remedial usage of Honey
शहद की औषधीय उपयोग- 1. उल्टी ... http://p.ost.im/p/dU8aPt
Friday 7 December 2012
Thursday 6 December 2012
Wednesday 5 December 2012
Tuesday 4 December 2012
Monday 3 December 2012
Sunday 2 December 2012
Saturday 1 December 2012
Friday 30 November 2012
Sunday 25 November 2012
Saturday 24 November 2012
Tuesday 20 November 2012
Monday 19 November 2012
मेथी के पराठे
मेथी के पराठे -
ये पराठे न केवल स्वादिष्ट होते है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छे होते है. इन्हे आप नाश्ते मे, दोपहर या रात के खाने मे जब चाहे बना सकते है,ओर बच्चो को टिफिन मे देने के लिए तो बहुत बढ़िया ऑप्षन
आवश्यक सामग्री -
ताजी मेथी - दो बंच
हरी मिर्च - 2 बारीक कटी हुई
अदरक - 2 टेबल स्पून किसा हुआ
गेंहू का आटा - 4 कप या आवश्यकतानुसार
लाल मिर्च पाउडर - 1/2 टेबल स्पून या स्वादानुसार
नमक - स्वादानुसार
जीरा - 1/2 टेबल स्पून
सोफ़ -1/2 टेबल स्पून
अजवायंन -1/2 टेबल स्पून
तेल या घी - 1 चम्मच आते मे डालने हेतु व
अधिक पराठे सेकने के लिए
विधि -
मेथी को साफ कर लीजिए ,उसकी मोटी डांडिया तोड़ कर हटा दीजिए . इसे पानी से धो कर बारीक काट लीजिए. अब एक परात मे इसे रखिए इसमे आवश्यकतानुसार आटा ,हरी मिर्च, अदरक,व सभी मसाले व एक चम्मच तेल डाल कर आटा गुन्धिये. इसमे पानी थोड़ा - थोड़ा करके डाले. आटा इतना डाले की सारे मेथी उसमे अच्छी तरह गुन्ध जाए. मेथी बहुत कम व आटा बहुत ज़्यादा नही होना चाहिए वरना मेथी का स्वाद अच्छी तरह नही आएगा. इस तैयार आ को 15 मिनट के लिए ढक कर रख दीजिए.
15 मिनूट बाद गॅस पर तवा गरम होने रखिए ओर एक लो तोड़िए इसे सामान्य परतो की तरह तिकोना बेल लीजिए ओर गरम तवे पर डाल कर दोनो ओर घी लगा कर करारा सेंक लीजिए. बस हो गये टेस्टी पराठे तैयार.
इन्हे हरी चट्नी, आचार, मीठी चट्नी, दही आदि के साथ परोसे.
नोट - स्वाद बढ़ाने के लिए आप आटे मे 3:1 के अनुपात मे बेसन भी मिला सकते है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
आलू शकर्कन्दी (स्वीट पोटैटो) की चाट
आलू शकर्कन्दी (स्वीट पोटैटो) की चाट -
चाट का नाम सुनते ही मुह मे पानी आ जाता है पर कई लोग मानते है की चाट एक हेल्दी डिश नही है. तो आज हम एक ऐसी चाट बनाएगे जो टेस्टी होने के साथ - साथ हेल्दी भी है.
आवश्यक सामग्री -
आलू - उबले या भुने हुए 2
शकर्कन्दी (स्वीट पोटैटो) - उबले या भुने हुए 2
लाल मिर्च - 1/4 टेबल स्पून
नमक(काला व सफेद दोनो ) - स्वादानुसार
चाट मसाला - 2 टेबल स्पून
जीरा पाउडर - 1/2 टेबल स्पून
आमचूर पाउडर -1/2टेबल स्पून
नींबू - 1
तेल - शेलो फ्राइ करने के लिए
विधि:-
आलू व शकर्कन्दी (स्वीट पोटैटो) को छील कर छोटे टुकड़ों मे काट लीजिए. एक कड़ाई या तवे पर 3-4 टेबल स्पून तेल गरम कीजिए. अब इसमे आलू व शकर्कन्दी (स्वीट पोटैटो) के टुकड़े डालकर 8-10 मिनिट तक मीडियम आग पर शेलो फ्राइ कीजिए, देखिए ये करारे गोल्डन ब्राउन कलर के हो गये होंगे. अब गॅस को बिल्कुल कम कर लीजिए और इसमे सभी सूखे मशाले डालकर मिलाए. गॅस बंद करके इन्हे एक प्लेट मे निकल लीजिए.
इनके उपर नींबू का रस, हरी चटनी (धनिए व मिर्च की) व मीठी चटनी (ईमली की) डाल कर मिलाए व तुरंत गरमा गरम खाने के लिए सर्व करे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Sunday 18 November 2012
उड़द चने की मिक्स दाल
उड़द चने की मिक्स दाल -
यह एक सिंपल टेस्टी दाल रेसिपी है. जिसे आप चपाती व चावल के साथ खा सकते है.
आवश्यक सामग्री -
उड़द दाल - 1/2 कटोरी
चना दाल - 1/2 कटोरी
प्याज - एक बड़ा,बारीक कटा हुआ
अदरक - 1टेबल स्पून कसा हुआ
हरी मिर्च - 2 बारीक़ कटी हुई
हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून बारीक कटा हुआ
लाल मिर्च पाउडर - 1/2 टेबल स्पून
नमक - स्वादानुसार
हल्दी पाउडर - 1/2 टेबल स्पून
गरम मसाला - 1 टेबल स्पून
आमचूर पाउडर - 1/2 टेबल स्पून
जीरा - 1/2 टेबल स्पून
नींबू का रस - 2-3 टेबल स्पून
घी या तेल - 3 बड़े चम्मच
विधि-
दोनो दालो को बीन कर,धो कर,सॉफ कर लीजिए ओर कुकर मे हल्दी, नमक,व आवश्यकतानुसार पानी (लगभग 2 गिलास) डाल कर पकाए. पहली सीटी आने के बाद गॅस कम कर दे ओर धीमी गॅस पर 3-4 सीटी ओर लगाए ताकि दाल अच्छी तरह मिक्स हो जाए. प्रेशर ख़त्म होने पर कुकर खोले ओर दाल को चमचे से अच्छी तरह से चला कर मिक्स कर ले. अब कड़ाही मे घी गरम कीजिए ,इसके बाद जीरा डाल कर भूने. अब प्याज, किसा हुआ अदरक डाल कर हल्का फ्राइ करे. फ्राइ होने के बाद इसमे टमाटर व हरी मिर्च, लाल मिर्च, धनिया पाउडर,गरम मसाला व आमचूर पाउडर डाले ओर 1-2 मिनट पकाए. इसके बाद दाल डाले ओर दो मिनट पकाए. (यदि दाल ज़्यादा गाढ़ी है तो थोड़ा पानी मिला सकते है). अब इसमे नींबू का रस व हरा धनिया डाल कर मिलाए. बस दाल तैयार है इसे घी डाल कर पेश कीजिए.
नोट - यदि आप प्याज नही खाना चाहते है तो प्याज को हटा दीजिए ओर बाकी सामग्री के साथ फ्राइ कर लीजिए.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
चटपटा सलाद
चटपटा सलाद -
यह सलाद दाल के साथ खाने मे सबसे ज़्यादा अच्छा लगता है. यह तीखा,चटपटा होता है. इसे आप किसी भी तरह खाने के खाने के साथ सर्व करे ये खाने का मज़ा कई गुना बढ़ा देता है. ओर इसे आप बिना किसी प्री प्लान के बस 5 मिनट मे बना सकते है.
आवश्यक सामग्री -
प्याज - 1 बड़ा, बारीक कटा हुआ
टमाटर - 1 बड़ा, बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च - 1 बड़ी, बारीक कटी हुई
लाल मिर्च पाउडर - 1/4 टेबल स्पून
नमक - 1/4 टेबल स्पून या स्वादानुसार
विधि -
एक कटोरे मे बारीक कटा प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, लाल मिर्च व नमक को मिलाए ,बस हो गया आपका सलाद तैयार. इसे सर्व करने से जस्ट पहले बनाए ओर सर्व करे वरना यह पानी छोड़ देगा.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
गोभी के पकोडे
गोभी के पकोडे -
सर्दियो के मोसम मे गरमा गर्म पकोडे ओर एक प्याला चाय मिल जाए तो दिन बन जाता है, तो आइए आज अपना ओर अपने परिवार का दिन बना दे. चलिए बनाए स्वादिष्ट ,करारे गोभी के पकोडे.
आवश्यक सामग्री -
बेसन - 200 ग्राम
गोभी - 300 ग्राम
हरी मिर्च - 1 बारीक कटी हुई
लाल मिर्च पाउडर - 1/4 टेबल स्पून या स्वादानुसार
नमक - स्वादानुसार
धनिया पाउडर - 1/2 टेबल स्पून
तेल - तलने के लिए
विधि -
सबसे पहले गोभी को मीडियम साइज़ के टुकड़ो मे काट ले ओर धो कर उन्हे 3-4 मिनट पानी मे नमक डाल कर धीमी गॅस पर उबलने के लिए रखे. इससे यह सॉफ हो जाएगा कीड़े आदि के रहने की संभावना भी नही रहेगी ओर हल्का सा ब्लॅंच भी हो जाएगा. जब तक यह गॅस पर है आप बेसन मे लगभग 150 ग्राम पानी,नमक लाल मिर्च,हरी मिर्च,धनिया पाउडर डाल कर गाड़ा घोल बना ले. गोभी को पानी से निकाल कर रखे. कड़ाई मे तेल गरम होने रखे जब तेल गरम हो जाए एक -एक गोभी उठा कर घोल मे लपेट कर तेल मे डाले इन्हे मीडियम गॅस पर हल्का ब्राउन होने तक डीप फ्राइ करे. बस पकोडे तैयार है इन्हे निकाल कर पेपर नॅपकिन पर रखे. इससे एक्सट्रा तेल निकल जाएगा .
गरमा-गरम करारे पकोडे हरी चट्नी ,सॉस या एक प्याली अदरक वाली चाय के साथ सर्व करे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Saturday 17 November 2012
वेज कीमा
वेज कीमा -
ये एक लज़ीज़ सूखी सब्जी है, जो आप नान ,पराठे या चपाती के साथ परोस सकते है.
आवश्यक सामग्री -
फूलगोभी - 500 ग्राम
प्याज - 3 मीडियम साइज़ के
लहसुन - 7-8 कलिया
अदरक - 2 इंच का टुकड़ा
हरी मिर्च - 1
ताज़ा दही - 3 चम्मच
लाल मिर्च - 1 छोटी चम्मच
धनिया पाउडर - 1 छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर - 1 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
गरम मसाला - 1 छोटी चम्मच
आमचूर पाउडर - आधा छोटी चम्मच
तेल - 2 बड़े चम्मच भर के
विधि -
एक मिक्शी का जार लीजिए ओर इसमे प्याज,लहसुन,अदरक,हरी मिर्च डाल कर पीस लीजिए. अब फूलगोभी को मीडियम साइज़ के टुकड़ो मे काट कर धो ले, पानी निकाल कर रखिए. कड़ाही मे तेल गरम करे ओर गोभी के टुकड़ो को मीडियम गॅस पर ब्राउन होने तक तले.इसे हल्का नही बल्कि थोड़ा ज़्यादा तलना है. इसे निकाल कर एक तरफ रख ले. बचे हुए तेल मे (यदि तेल कम है तो आप ओर तेल डाल सकते है) पीसा हुआ मसाला व बाकी सभी मसाले भी डाल कर तेल अलग होने तक भूनिए. जब यह भुन जाए तो तले हुए गोभी के टुकड़े डाले ओर धीमी गॅस पर चलाते हुए मेश करते हुए भूने.( गोभी के टुकड़े लगभग मेश हो जाने चाहिए) जब यह अच्छा ब्राउन हो जाए तब इसमे दही डाल कर मिलाए ओर 1 मिनट बाद गॅस बंद कर दे. बस कीमा तैयार है.
इसे गरमा - गरम परोसे यह आपको बहुत पसंद आएगा.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
आलू बोंडा
आलू बोंडा
यह एक पॉपुलर ब्रेकफास्ट रेसिपी है .जो बनाने मे आसान ओर खाने ने स्वादिष्ट होती है. इसे आप टी टाइम पर,ब्रेकफास्ट मे या किसी रैनी डे पर बनाइए ये आपके परिवार व मेहमानो को बहुत पसंद आएँगे.
आवश्यक सामग्री -
आलू उबले व मेश किए हुए - 5-6
हरी मिर्च - 2 बारीक कटी हुई
हरा धनिया - बारीक कटा हुआ
बेसन - 7-8 चम्मच
लाल मिर्च - 1/2 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
आमचूर पाउडर - 1 छोटी चम्मच
गरम मसाला - 1/2 छोटी चम्मच
तेल - तलने के लिए
विधि -
उबले मेश आलू मे नमक,लाल मिर्च,आमचूर ,गरम मसाला,हरी मिर्च,हरा धनिया डाल कर मिला लीजिए .अब एक कटोरे मे बेसन छान लीजिए ओर तोड़ा सा नमक व पानी डाल कर गाड़ा घोल बना लीजिए. कड़ाही मे तेल गरम होने रखिए ओर जब तक तेल गरम हो रहा है मिश्रण के छोटे गोले बना लीजिए.
तेल गरम होने पर गोलो को घोल मे डूबा कर तेल मे धीरे से डालिए ओर मीडियम गॅस पर गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए ओर नेप्किन पेपर पर निकाल लीजिए. इससे अतरिक्त तेल भी हट जाएगा.
गरमा-गरम आलू बोंडा हरी चट्नी के साथ परोसिए.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Friday 16 November 2012
नॅटी पुलाव
नॅटी पुलाव -
पुलाव तो सभी को पसंद होता है, ओर ख़ासकर बच्चो को .आज जो रेसिपी मैं आप से शेयर करने वाली हूँ वो स्वाद ओर सेहत दोनो से भरपूर है क्योकि जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है इसमे है ढेर सारे नट्स. इसे आप मेहमानो के लिए बनाइए ये आप के खाने को शाही बना देगा, तो आइए शुरू करते है.
आवश्यक सामग्री -
बासमती चावल - 200 ग्राम
देसी घी -3 चम्मच
दालचीनी - एक बड़ा टुकड़ा
लोंग - 4-5
काली मिर्च - 4-5
तेजपत्ता - एक
हरी इलायची - 2
जीरा - एक छोटी चम्मच
काजू - 8-10
बादाम - 8-10
किशमिश - 8-10
अनार के दाने - दो चम्मच
नमक - स्वादानुसार
विधि -
चावल धो लीजिए ओर कुकर मे दुगने पानी (एक कटोरी चावल मे दो कटोरी पानी) नमक, एक चम्मच घी के साथ पका लीजिए. जब प्रेशर ख़त्म हो जाए तो चावल को निकाल कर एक बड़ी प्लेट मे फैला ले ओर आधे घंटे के लिए छोड़ दीजिए ताकि ये ठंडे हो जाए.
अब एक कड़ाही मे 2 चम्मच घी डाल कर गरम करे ,घी गरम हो जाने पर इसमे तेज पत्ता,दालचीनी स्टिक, लोंग,कालीमिर्च, जीरा ओर छोटी इलायची के दाने डालिए. इन्हे हल्का ब्राउन होने दे इसके बाद सभी मेवे डालिए ओर आधा मिनट फ्राइ करिए. अब इसमे ठंडे चावल डाले ओर मिलाए.2 मिनट पकाए बस नटी पुलाव तैयार है.
इसे एक प्लेट मे निकालिए ओर अनार के दानो से गार्निश करके सर्व करे, आप चाहे तो इसमे अंगूर व चेरीज भी डाल सकते है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Tuesday 13 November 2012
Sunday 11 November 2012
काजू कतली
काजू कतली
काजू कतली तो सभी को पसंद आती है पर ज़्यादातरलोग समझते है की इसे बनाना बहुत होगा जबकि काजू कतली को बनाना बहुत ही आसान है. तो आइए इस दीवाली इसे घर पर ही बनाए.
आवश्यक सामग्री -
काजू - 400 ग्राम
चीनी - 200 ग्राम
रोज़ असेंसे - 1 छोटी चम्मच
कॉर्न स्टार्च - 1 छोटी चम्मच
विधि -
काजू - 400 ग्राम
चीनी - 200 ग्राम
रोज़ असेंसे - 1 छोटी चम्मच
कॉर्न स्टार्च - 1 छोटी चम्मच
विधि -
सबसे पहले काजू को लगभग एक से डेढ़ घंटे के लिए गरम पानी में भिगो दीजिये. इसके बाद काजू को पानी से निकाल कर मिक्सी में एकदम महीन पीस लें. इसमे पानी का इस्तेमाल ना के बराबर करे. काजू के पेस्ट में पिसी हुई चीनी अच्छी तरह मिला लीजिये. अब गॅस पर एक कड़ाही गरम होने रखे और इसमें काजू और चीनी का पेस्ट डाल कर मीडियम आग पर पकाए.
मिश्रण को लगातार चलाते हुये जमने वाली कन्सिसटेन्सी तक पका लीजिये, जब मिश्रण पूरी तरह पाक कर कड़ाई छोड़ने लगे तो गैस बन्द कर दीजिये और इसमे कॉर्न स्टार्च व रोज़ ऐसेंस मिला दीजिये. जब मिश्रण इतना ठंडा हो जाय कि हाथ में रखा जा सके, तब हाथ से गोल करके लोई की तरह बनाकर तैयार कर लीजिये.
मिश्रण से बनी लोई को लकड़ी के बोर्ड या किचन स्लॅब पर रखे घी लगे बटर पेपर पर रखकर, बेलन से रोटी की तरह पतला बेल लें, बेलन पर भी घी लगाकर चिकना करले जमने पर इसे मनपसन्द साइज के टुकड़ों में काट लीजिये.
अब हमारी काजू कतली तैयार है. इसको फ्रिज में रखकर 15-20 दिन तक खाया जा सकता है.
नोट: (1) आप चाहें तो लोई को बेलने के लिए इसे 2 चौकोर पोलीथिन के टुकड़ो मे अन्दर की तरफ घी लगायें और इनके बीच लोई रखें और पतला बेल लें.
(2) यदि आप चाँदी के वर्क लगाना चाहते है तो लोई बेलने के बाद उसके उपर हल्के हाथ से चाँदी का वर्क लगा दे. वैसे आजकल वर्क बनाने मे चमड़े का इस्तेमाल होता है इसलिए अगर आप इसे न लगाना चाहे तो इसे सादा भी बना सकते है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Saturday 10 November 2012
बेसन के लड्डू - Besan ki Laddoo
बेसन के लड्डू
बेसन या मगद के लड्डू आपने खाए ही होंगे ! ये एक ऐसी मिठाई है जो घर में बनाकर 20-25 दिनो तक रख सकते है. तो आइये बनाते हैं बेसन के लड्डू.
आवश्यक सामग्री -
बेसन - 500 ग्राम
घी - 400 ग्राम
पिसी चीनी - 500 ग्राम
इलाइची पाउडर - यदि आप चाहे
घी - 400 ग्राम
पिसी चीनी - 500 ग्राम
इलाइची पाउडर - यदि आप चाहे
विधि -
बेसन या मगद के लड्डू बनाने के लिए मोटा बेसन हो तो लड्डू ज्यादा स्वादिष्ट बनते हैं. बेसन को छान लीजिये. अब कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये और घी में बेसन डाल कर कलछी से चलाते हुए भूनिये, जब बेसन का रंग हल्का ब्राउन होने लगे और बेसन से सुगन्ध आने लगे तो उसमें एक चम्मच पानी या दूध के छीटे लगा दीजिये, बेसन में झाग आएगा और इससे उसमें दाने बन जायेंगे जिससे लड्डू का स्वाद और अच्छा हो जाएगा, इसके बाद बेसन तब तक भुनिए जब तक ये झाग खतम न हो जाए, अब बेसन भुन कर तैयार है. गॅस बन्द कर दीजिये. इसे ठंडा करने के लिये खुला छोड़ दीजिये.
बेसन जब लगभग ठंडा (हल्का गरम) हो जाए, तो उसमे पिसी चीनी (बूरा) डाल कर अच्छी तरह मिलाए और हाथो की सहायता से गोल गोल लड्डू बना लीजिये.
बेसन जब लगभग ठंडा (हल्का गरम) हो जाए, तो उसमे पिसी चीनी (बूरा) डाल कर अच्छी तरह मिलाए और हाथो की सहायता से गोल गोल लड्डू बना लीजिये.
बस बेसन के लड्डू तैयार है. आप उन्हैं अभी खाइये और 20-25 दिन तक रख सकते है.
समय-- 50 मिनिट
नोट: पीसी चीनी की जगह तगार को बेसन में मिलायें तो लड्डू अधिक स्वादिष्ट बनते है. ये बाजार मे तगार या बूरा के नाम से मिलती है. तगार बनाने की रेसिपी हमारी साइट पर भी उपलब्ध है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Friday 9 November 2012
गुलाब जामुन - Gulab Jamun
गुलाब जामुन
गुलाब जामुन एक ऐसी मिठाई है जो घर मे हर बड़े और बच्चे को पसंद आती है. चाहे त्योहार हो या कोई और मौका गुलाब जामुन से इसकी रंगत बढ जाती है. तो आइए हम गुलाब जामुन बनाते है.
आवश्यक सामग्री -
खोया (मावा) - 250 ग्राम
पनीर - 100 ग्राम
मैदा - 20 - 30 ग्राम
चीनी - 600 ग्राम
घी - तलने के लिये
पनीर - 100 ग्राम
मैदा - 20 - 30 ग्राम
चीनी - 600 ग्राम
घी - तलने के लिये
विधि -
एक चौड़े और बड़े बर्तन में मावा, पनीर और मैदा को ले और हाथ से तब तक मलें जब तक यह नरम, चिकना गूथे हुये आटे जैसा न हो जाए. अब गुलाब जामुन बनाने के लिये मिश्रण तैयार है.
गुलाब जामुन तलने से पहले चाशनी बना कर तैयार कर लीजिये. एक बर्तन में चीनी ले और उसमे चीनी की मात्रा का आधा पानी मिलाकर इसे गॅस पर चाशनी बनने के लिये रखिये. जब चाशनी में उबाल आ जाय और चीनी पानी में पूरी तरह घुल जाय उसके बाद 2 मिनिट तक और पकायें. चाशनी की 1-2 बूंद प्लेट में टपकायें. अंगूठे और अंगुली के बीच चिपका कर देखे, चाशनी उंगली और अंगूठे के बीच चिपकनी चाहिये, आधा तार की चाशनी (यानी तार बहुत ही कम दूरी तक बने) तो चाशनी तैयार हो गयी है.
मिश्रण से थोड़ा सा मिश्रण, करीब एक छोटी चम्मच, निकालिये, उसे दोनों हथेलियों के बीच रख कर गोल करिये, मावा का गोला अच्छी तरह बन जाने के बाद प्लेट में रख लीजिये. गोले एकदम चिकने होने चाहिए बिना दरार के. इसी प्रकार सारे गोले तैयार कर लीजिये.
अब कढ़ाई में घी गरम कीजिये. गुलाब जामुन तलने से पहले इनको टैस्ट करें, इसके लिए एक गुलाब जामुन को घी में डाल कर तलें और यदि यह फट रहा है, तो मिश्रण में थोड़ा मैदा और मिलायें. 3-4 गोले, कढ़ाई में डालें और तलें (तलने के लिए गैस धीमी रखें. गुलाब जामुन को तलते समय उस पर कलछी न लगायें बल्कि गरम गरम घी उसपर कलछी से डालें और इनको हल्के से हिला हिला कर तलें, इनको चारों तरफ से ब्राउन होने तक तल लीजिये. अब गुलाब जामुन निकाल कर प्लेट में रखिये. 1 मिनिट बाद थोड़ा ठंडा होने पर इन्हे चाशनी में डुबा दीजिये. इसी तरह सारे गुलाब जामुन तल कर चाशनी में डुबो लीजिए. 1-2 घंटे में गुलाब जामुन चाशनी सोखकर तैयार हो जायेंगें.
आपके गुलाब जामुन तैयार हो जाए है. इन्हें गरम या ठंडे जैसे चाहे परोसिये.
नोट:
1. यदि गुलाब जामुन ज्यादा सख्त बन रहे हों तो मावा में थोड़ा सा ( एक से डेड टेबल स्पून ) दूध मिलाकर अच्छी तरह मल लें.
2. गुलाब जामुन अधिक गरम चाशनी में मत डालिये.
1. यदि गुलाब जामुन ज्यादा सख्त बन रहे हों तो मावा में थोड़ा सा ( एक से डेड टेबल स्पून ) दूध मिलाकर अच्छी तरह मल लें.
2. गुलाब जामुन अधिक गरम चाशनी में मत डालिये.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Thursday 8 November 2012
परवल की मिठाई
परवल की मिठाई
आवश्यक सामग्री -
परवल - 500 ग्राम (मध्यम आकर के)
चीनी - 300 ग्राम
खोया या मावा - 200 ग्राम
पाउडर चीनी - 50 ग्राम
बादाम - 25-30 कटे हुये
पिस्ते - 10-12 कटे हूए
छोटी इलाइची पाउडर - एक छोटी चम्मच
मीठा सोडा - दो चुटकी
केसर - 7 - 8 धागे
विधि -
हरे हरे ताजे परवल लीजिए, परवल को धोइये, छीलिए, छील कर पूरी लम्बाई मैं चीर लीजिए (जिस प्रकार हम आचार की मिर्च को चीरते है) ताकि वह एक ओर से जुड़े रहें. परवल के अन्दर से सावधानी पूर्वक बीज निकालिये, ध्यान रखिए की ये टूटने ना पाए.
अब किसी बर्तन में पानी गरम करने की लिए रखिये, पानी में उबाल आने पर सोडा और परवल डालिये, फिर से उबाल आने के बाद परवल को 3 -4 मिनिट तक उबलने दीजिये, गैस बन्द कर दीजिये. परवल को 5 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये. अब परवल को निकाल लें, इन्हैं चलनी में रखिये ताकि पानी निकल जाए.
अब चीनी और एक कप पानी किसी बर्तन में डालिये और चाशनी बनाने के लिए गॅस पर रखिये, एक तार की चाशनी बनाइये (ये चाशनी ज्यादा गाड़ी नहीं होती है और ठंडा करने पर जमती भी नहीं है). जब एक तार की चाशनी बन जाए तब परवल इसमे डालकर तब तक उबालिये जब तक उनका कलर न बदल जाय, उबालते समय परवल एक दो बार पलट दीजिये, गैस बन्द कर दीजिये, परवल को कम से कम एक घंटे के लिये ढककर चाशनी में ही रख दीजिये.
अब हम खोया का मिक्चर तैयार कर लेते हैं.
खोया को किसी भारी तले या नान इस्टिक कड़ाई में डालकर मीडियम गैस पर हल्का भून लीजिये, इसे ठंडा करे, बादाम मिक्सी मे दरदरे पीस लीजिये और कुछ बादाम एवं पिस्ते लम्बे लम्बे कतर लीजिये.
खोए मे इन पिसे हुये बादाम, इलाइची पाउडर और पिसी चीनी को मिला दीजिये. परवल के अन्दर भरने के लिये मिश्रण तैयार है.
चाशनी से परवल निकाल कर छलनी में रखिये, ताकि परवल से अतिरिक्त चाशनी निकल जाय.
अब एक एक परवल सावधानी से उठाइये और मिश्रण परवल मे भरिये, ऊपर से कतरे हुये बादाम और पिस्ते चिपकाइये. इसी प्रकार सारे परवल में मिश्रण भर ले , कटे हुये मेवे एवं केसर लगाकर प्लेट में रखिए.
आपकी परवल की स्वादिष्ट मिठाई तैयार है. इस मिठाई को आप फ्रिज में 5-6 सप्ताह तक रख सकते है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Sunday 21 October 2012
गुजराती कढ़ी
गुजराती कढ़ी:-
गुजराती कढ़ी थोड़ी पतली होती है. ये कढ़ी खाने में बहुत ही स्वादिष्ट है और बनाने में आसान है.
आवश्यक सामग्री -
दही - 2 कप
बेसन -- आधा कप
तेल - 2-3 टेबल स्पून
जीरा - आधा छोटी चम्मच
सरसों के दाने - आधा छोटी चम्मच
मैथी के दाने - आधा छोटी चम्मच
करी पत्ता - - 5-6
हींग - 2-3 पिंच
हल्दी - एक चौथाई छोटी चम्मच
हरी मिर्च - 1-2 बारीक कटी हुई
अदरक - एक छोटी चम्मच पेस्ट या थोड़ी सी अदरक कस लीजिए
नमक - स्वादानुसार
गुड़ या चीनी - एक छोटी चम्मच
साबूत लाल मिर्च - 2
लाल मिर्च पाउडर - आधा छोटी चम्मच
हरा धनियां - 2 टेबल स्पून बारीक कटा हुआ
विधि -
दही थोड़ा खट्टा हो तो कढ़ी ज्यादा स्वादिष्ट बनती है.
बेसन को छान ले ओर दही और बेसन को मिलाकर अच्छी तरह फैट लीजिये. दही और बेसन के घोल से तीन गुना पानी इस घोल में डालकर मिलाए कढ़ी बनाने के लिये घोल तैयार है.
कढ़ाई में तेल गरम कीजिये, गरम तेल में जीरा, सरसों, मैथी के दाने डालिये गॅस धीमी रखिये.. जीरा, मैथी भुनने पर करी पत्ता, हींग, हल्दी पाउडर, हरी मिर्च और अदरक पेस्ट डाल कर मिलाइये, हल्का सा भूनिये.
अब इसमे कढ़ी का घोल डालिये. तेज आग पर कढ़ी में उबाल आने तक चमचे से चलाते हुये पकाइये. कढ़ी को लगातार चलते रहिए वरना यह उफ्न कर निकल जाएगी. कढ़ी में उबाल आने के बाद चमचे से चलाना बन्द कर दे चम्चे को कड़ाही मे ही पड़ा रहने दे, कढ़ी में नमक और चीनी डाल कर मिला दीजिये, आधा हरा धनियां और लाल मिर्च पाउडर भी कढ़ी में डाल दीजिये, कढ़ी को धीमी आग पर 30 मिनिट तक पकने दीजिये.
अब कढ़ी तैयार है, कढ़ी को तड़का देने के लिए कढ़ाई में थोड़ा सा तेल डालकर गरम करे इसमे एक चौथाई छोटी चम्मच जीरा डाल कर तड़्काइये, गॅस बन्द कर दीजिये, साबुत लाल मिर्च और 1-2 पिंच पिसी लाल मिर्च डालिये. तड़के को कढ़ी में डालिये और बचा हुआ हरा धनियां भी कढ़ी में डाल दे.
गरमा गरम गुजराती कढ़ी खाइये.
चार सदस्यों के लिये
समय - 50 मिनिट
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
मिस्सी रोटी
मिस्सी रोटी :-
मिस्सी रोटी स्वादिष्ट होने के साथ साथ पौष्टिक भी होती है. ये आपको बहुत पसन्द आयेगी.
आवश्यक सामग्री -
गेहूं का आटा - 1/2 कप
बेसन - 1/2 कप
नमक - स्वादानुसार
अजवायन - 1/4 छोटी चम्मच
हींग - 1-2 पिंच
हल्दी - 1/4 छोटी चम्मच
कसूरी मेथी - 1 टेबल स्पून
तेल - 2 छोटी चम्मच
विधि: -
आटे और बेसन को किसी बर्तन में निकाल ले .अब नमक, अजवायन, हींग, हल्दी, कसूरी मेथी और तेल डालकर मिलैये.ओर
पानी की सहायता से नरम आटा गूंथिये. आटे को सैट होने के लिये ढककर 20 मिनिट के लिये रख दे. अब हाथ पर थोड़ा तेल लगाकर आटे को मसल कर चिकना कीजिये. मिस्सी रोटी बनाने के लिये आटा तैयार है.
तवा गरम कीजिए. गुथे आटे से थोड़ा सा आटा निकाल कर लोई बनाइये, लोई को सूखे आटे (परोथन) में लपेटिये. अब लोई को 5-6 इंच के व्यास में बेलिये.
बेली गई रोटी को तवे पर डालिये और नीचे की सतह पर हल्का सा सिकने पर पलट दीजिये दे दूसरी सतह पर सिकने के बाद तवे से उतारकर आग पर रखते हुये रोटी को घुमा घुमा कर दोनों ओर ब्राउन चित्ती आने तक सेकिये. सेकी हुई रोटी पर घी लगाकर रखते जाइये.
मिस्सी रोटी तैयार हैं, गरमा गरम मिस्सी रोटी अपनी मन पसन्द सब्जी, चटनी और अचार के साथ खाइये.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Saturday 20 October 2012
स्पॉंजी रसगुल्ले
स्पॉंजी रसगुल्ले
बंगाली स्पॉंजी रसगुल्ले बहुत ही टेस्टी होते है और मुह मे रखते ही घुल जाते है, आज हम बंगाली स्पंज रसगुल्ले बनायेंगे लेकिन इन्हे जल्दी बनाने के लिये कुकर मे बनायेंगे.
आवश्यक सामग्री -
दूध - 1 लीटर
चीनी - 300 ग्राम
नीबू का रस - दो नीबू का रस
विधि -
किसी बर्तन मे दूध डालकर गरम करने के लिये रखिये. दूध में उबाल आने पर दूध को उतार लीजिये, और थोड़ा सा ठंडा कर लीजिये मतलब दूध को 80 प्रतिशत तक गरम रहने दीजिये. नीबू के रस में जितना रस है, उतना ही पानी मिला दे अब .
दूध में 1 - 1 टेबल स्पून करके नीबू का रस डाले और मिक्स करे, दूध के अच्छी तरह फटने तक नीबू का रस डालते जाइए और मिक्स करते जाइये, जब दूध अच्छी तरह फट जाय रस डालना बन्द कर दीजिये, और फटे हुये दूध को किसी सूती कपड़े से छान लीजिये. छैना कपड़े में रह जायेगा. छैना के ऊपर 1-2 कप ठंडा पानी डालिये, छैना ठंडा भी हो जायेगा और छैना से नीबू का खट्टा स्वाद भी निकल जायेगा. कपड़े को चारों ओर से उठाकर, हाथ से छैना को दबाते हुये छैना से सारा पानी निचोड़ दीजिये. सॉफ्ट छैना बनकर तैयार है.
अब छैना को किसी बर्तन में निकालिये, हाथ से छैना को दबाते हुये, पलट पलट कर 4-5 मिनिट तक मल कर नरम और चिकना कीजिये. अब छैना को 10 - 12, भागों में बांट लीजिये. एक भाग उठाइये और हाथ से लड्डू की तरह दबाकर पहले उसे बाइन्ड कीजिये, और अब गोल आकार देकर चिकना कीजिये. सारे गोले बनाकर तैयार कर लीजिये.
रसगुल्ले कुकर में पका लीजिये, कुकर में रसगुल्ले बहुत जल्दी पक जाते हैं रसगुल्ले पकाने के लिये, ज्यादा तापमान की आवश्यकता होती है..
अब कुकर में चीनी, 4 कप पानी डालिये, इसमे उबाल आने दीजिये, उबाल आने पर छैना के बने गोले कुकर में एक एक करके डालिये, और कुकर का ढक्कन बन्द कर दीजिये. 1 सीटी आने के बाद, गॅस को थोड़ा कम कर दिजिये, और रसगुल्ले को 7-8 मिनिट तक पकाने के बाद गॅस बन्द कर दीजिये.
कुकर को नल के नीचे लगा दीजिये, ताकि वह जल्दी से ठंडा हो जाय और खुल जाय. सावधानी से ढक्कन खोलिये, कुकर से रसगुल्ले चाशनी के साथ निकाल कर किसी प्लेट में रखिये और रसगुल्ले को 5-6 घंटे के लिए ठंडे होने दीजिये, फिर इन्हे ठंडा ठंडा परोसिये और खाइये.
स्पंज रसगुल्ले को आप फ्रिज में 7 दिन तक रख सकते हैं.
नोट:
(1) छैना के गोले अगर उबलते पानी में न डाले जायें तो बे टूट कर बिखर जाते हैं. रसगुल्ले उबालते समय पानी में हमेशा उबाल रहना आवश्यक है.
(2) छैना बनाने के लिये दूध को थोड़ा ठंडा अवश्य करें. एसा करने से छैना नरम बनता है, और रसगुल्ले अच्छे स्पंजी बनते हैं.छैना अगर सख्त हो तो रसगुल्ले भी सख्त बनेगे या बिखर जाएँगे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
टोमॅटो सूप
टोमॅटो सूप :-
टोमॅटो सूप बहुत ही स्वादिष्ट व पोष्टिक होता है. सर्दियो मे टोमॅटो सूप पीने का मज़ा ही कुछ ओर होता है. आइये आज टोमॅटो सूप बनाते हैं.
आवश्यक सामग्री -
टमाटर - 500 ग्राम
अदरक - 1 इंच लम्बा टुकड़ा
नमक - स्वादानुसार ( काला व सफेद )
काली मिर्च पाउडर - आधा छोटी चम्मच
कोर्न फ्लोर - 2 टेबिल स्पून
फ्रेश क्रीम - 2 टेबिल स्पून
विधि -
टमाटर को धोकर दो टुकड़ो मे काट कर अदरक के साथ कुकर मे एक गिलास पानी के साथ उबलने रखे ,एक सीटी के बाद बंद कर दे अब इसे ब्लेंडर या मिक्शी की सहायता से पीस ले. सूप छानने वाली छलनी से छान लीजिये.
कार्न फ्लोर को 4 टेबिल स्पून पानी में घोल ले ओर, गुठलियां न पड़ने दें. अब पानी बढ़ा कर 1 कप कर लीजिये.
कढ़ाई में कार्न फ्लोर का घोला हुआ पानी, छने हुये टमाटर का सूप, नमक और काली मिर्च पाउडर डाल दें. आवश्यकतानुसार पानी मिला दीजिये, उबाल आने के बाद 4-5 मिनिट तक पकायें.
अब आपका टोमॅटो सूप तैयार है, इसमे ब्रेड क्यूब्स व फ्रेश क्रीम डाल कर सर्व करे.
मात्रा :- चार लोगों के लिये.
समय :- 20 मिनट
नोट: पहले हम कम पानी इस लिये लेते हैं क्योंकि ज्यादा पानी में कार्न फ्लोर घोला जायेगा तो गुठलियां पढ़ने की सम्भावना अधिक रहती है
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Friday 19 October 2012
नारियल के लड्डू
नारियल के लड्डू
ये तुरत फुरत बनने बाले लड्डू हैं, और स्वाद में भी बेजोड़ है. आप दिवाली जैसे त्योंहार पर भी नारियल के लड्डू बना सकते हैं.
नारियल के लड्डू कच्चे नारियल या सूखे नारियल दोनों से बनाये जा सकते है.
आवश्यक सामग्री -
नारियल (कद्दूकस किया) - 250 ग्राम
खोया (मावा) - 250 ग्राम
बूरा - 300 ग्राम
मेवा कटे हुए - आधा कप काजू, बादाम, चिरोंजी, किसमिस
छोटी इलाइची पाउडर - एक छोटी चम्मच
विधि -
सबसे पहले खोया को कढ़ाई में डालकर हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिये. भुना खोया जब हल्का गरम रह जाय तब उसमे बूरा, नारियल (थोड़ा सा नारियल का चूरा बचा ले ये लड्डू के ऊपर लपेटने के काम आएगा), इलाइची डाल कर मिश्रण तैयार कर लीजिए और इसके लड्डू बना लीजिए, इनको नारियल के चूरा में लपेट कर, थाली में या एक डिब्बे मे रख लीजिये.
अब आपके नारियल के लड्डू तैयार हैं. नारियल के लड्डू लड्डू आप फ्रिज में रखकर 7 दिन तक खा सकते हैं.
नोट: यदि कच्चा नारियल लें तो इसे कद्दूकस करने के बाद एक चमचा घी में अच्छी तरह भून लीजिये.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
ब्रेड की बालूशाही
ब्रेड की बालूशाही:-
बालूशाही तो सभी को पसंद होती है पर इस को बनाना इतना आसान नही होता इसलिए आज हम बनाएगे ब्रेड की बालूशाही. दीवाली पर बनाने के लिए यह रेसिपी बहुत ही आसान ओर टेस्टी है.
सामग्री :
10 से 12 स्लाइस ब्रेड - सैंडविच वाली वाइट ब्रेड
250 ग्राम - चीनी
200 ग्राम - मावा या खोया
1/4 कटोरी - कटे बादाम व पिस्ते
थोड़ी सी - केसर
1 चम्मच- चिरोंजी
इलायची पाउडर- 1/२ छोटी चम्मच
तलने के लिए - घी
विधि :
एक कड़ाही में मावे को गुलाबी होने तक हल्का भून ले . अब इसमे ड्रायफ्रूट्स और इलायची पाउडर मिला ले. अब ब्रेड के ब्राउन किनारे चाकू की सहायता से काट कर निकाल दे. दूध को एक गहरी प्लेट में निकले ओर इसमे ब्रेड को हल्का-सा भिगोकर उसे हाथ पर रखे ओर उसमें थोड़ा-थोड़ा खोए का मिश्रण भरें। हाथ से दबाकर ब्रेड को इस प्रकार बंद करे जैसे हम ब्रेड रोल को करते है. अब इसे हाथ से हल्का सा दबाकर बालूशाही का आकार (थोड़ा चपटा कर दे) दें।
इसी तरह से सभी बालूशाही तैयार कर ले. अब एक-दो बूंद दूध में केसर को भिगोकर हर बालूशाही के बीच में अंगूठे से हल्के-से दबाते हुए टीका लगा दें। अब चीनी की दो तार की चाशनी बना लें। कड़ाही मे घी गरम करे ओर सभी बालूशाही को सुनहरी होने तक तल लें। अब तैयार बालूशाही को चाशनी में डाल दें। थोड़ी देर बाद चाशनी से निकाल कर लाजवाब ब्रेड की बालूशाही कटे पिस्ते व चाँदी के वरक से सज़ा कर पेश करें।
नोट;- चासनी से बालूसाही को 4-5 मिनिट मे निकाल ले ज़्यादा देर तक छोड़ने पर ये ज़रूरत से ज़्यादा नरम हो कर टूट सकती है.
Thursday 18 October 2012
पेड़े (मथुरा वाले)
पेड़े (मथुरा वाले)
जिसने खाए है वो यही कहता है कि मथुरा के पेड़े से अच्छा और स्वादिष्ट पेड़ा कहीं और नहीं मिलते, ये आम पेड़ों से अलग ब्राउन रंग के होते है. तो आईये आज हम आपको मथुरा जी के पेड़े बनाना सीखते हैं.
पारम्परिक मथुरा जी के पेड़े बनाने के लिये मावा और पीसी हुई चीनी का उपयोग होता है, मावा और पीसी हुई चीनी आप बाजार से ला सकते हैं ध्यान दे कि मावा दानेदार लेकर आयें और पीसी हुई चीनी (बूरा) आप घर पर बना सकते है, ये भी दानेदार होना चाहिए.
मथुरा जी के पेड़े बनाते समय मावा को अधिक से अधिक भूना जाता है. मावा भूनते समय बीच बीच में थोड़ा थोड़ा दूध या घी डालते रहते हैं जिससे इसे अधिक भूनना आसान हो जाता है. भूनते समय मावा जलता नहीं और मावा का कलर हल्का ब्राउन हो जाता है, मावा जितना अच्छा भुनता है स्वाद भी उतना ही अच्छा होता है. आइये बनाना शुरू करते हैं मथुरा के पेड़े.
आवश्यक सामग्री -
खोया या मावा - 250 ग्राम
पीसी हुई चीनी (बूरा) - 250 ग्राम
घी - 2 टेबल स्पून या 1/4 कप दूध
छोटी इलाइची पाउडर - एक बड़ा चम्मच
विधि -
कढ़ाई में मावा डाल कर भूनिये (कढ़ाई भारी तले की होनी चाहिए),भूनते समय लगातार कलछी से चलाते हुये भूनिये मावा कढ़ाई में लगना नहीं चाहिये, जब मावा भुनते भुनते रंग बदलने लग जाय तब उसमें थोड़ा थोड़ा सा घी या दूध मिलाते रहिये और चला चला कर तब तक भूनिये जब तक कि वह ब्राउन कलर का न हो जाय. मथुरा के पेंडो के लिए मावा ब्राउन कलर का होना चाहिए.
मावा को ठंडा होने दीजिये, जब ये ठंडा हो जाय तब उसमें 200 ग्राम बूरा डाल कर अच्छी तरह मिलाइये, इलाइची पाउडर भी इस मिश्रण में मिला दीजिये. साधारण पेड़ों की तुलना मे मथुरा के पेड़ों मे इलायची ज़्यादा होता है. पेड़े का मिश्रण तैयार है.
बचा हुआ 50 ग्राम बूरा एक प्लेट में निकालिए. मिश्रण से थोड़ा सा मिश्रण एक छोटे नीबू के बराबर निकालिये और हाथ में लेकर गोल करके, हाथ से दबा कर, पेड़े का आकार दीजिये, पेड़े को प्लेट में रखे हुये बूरे में लपेटिये और अपने दोंनो हाथों की हथेलियों से पेड़े को हल्का सा दबाकर प्लेट में रखते जाइए, आपके लाजबाव मथुरा के पेड़े तैयार हैं.
पेड़े को 2-3 घंटे के लिये खुले पंखे की हवा में छोड़ दीजिये, ये थोड़े खुश्क हो जायेंगे. अब आप इनको एअर टाइट कन्टेनर में भर कर, फ्रिज में रख दीजिये. यदि मावा अच्छी तरह भूना गया है तो ये पेड़े आप 15 दिन भी रख कर खा सकते हैं. सर्दियों के दिनों मे आप इन्हे बाहर हो रख सकते है.
नोट: मथुरा के पेड़े पारंपरिक तरीके से गाय के दूध के खोए से बनाए जाते है, यह उपलब्ध ना होने पर भैस के दूध का खोया भी इस्तेमाल कर सकते है.
केले के कटलेट्स
केले के कटलेट्स
खाने से पहले अगर आपका कुछ हल्का खाने का मन करे तो आप कच्चे केले के कटलेट्स बना सकते हैं. कच्चे केले के कटलेट्स आप व्रत रखते हुये फलाहार के रूप में भी ले सकते हैं.
आवश्यक सामग्री -
कच्चे केले (उबाले हुए) - 4 -5
आलू उबला हुआ - 3 -4
सिघाड़े या कूटू का आटा - 2 -3 टेबल स्पून
सैधा नमक - स्वादानुसार
हरी मिर्च - 1-2 या स्वादानुसार, बारीक कटी हुई
अदरक - 1 इंच अदरक टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ
काली मिर्च पाउडर - एक चौथाई छोटी चम्मच
हरा धनियां बारीक कतरा हुआ -एक टेबल स्पून
घी - तलने के लिये.
विधि -
उबले हुए केले को ऊपर से छिलका उतारकर मैस कर लीजिये, आलू को छीलिये, मैस कर लीजिये (आप केले और आलू दोनो को कद्दूकस भी कर सकते है). दोनो को मिला लीजिए अब इसमे नमक, काली मिर्च और हरा धनियां डालिये, मिश्रण में 2 टेबल स्पून सिघाड़े या कूटू का आटा डाल कर अच्छी तरह मिलाकर इस मिश्रण को गूथे गये आटे जैसा बना लीजिये.
कढ़ाई में घी डालकर गरम कीजिये, उपर तैयार किए हुए मिश्रण से नीबू के बराबर आटा तोड़िये और अपनी मन पसन्द आकार के टिकियाँ बनाकर गरम तेल में डालिये, एक बार में 3-4 कटलेट बनाकर तले जा सकते हैं, कटलेट को पलट पलट कर ब्राउन होने तक तलिये, अब इन तले हुये कटलेटों को कढ़ाई से निकालिये और किसी प्लेट में रखिये, इसी प्रकार सारे कटलेट तल कर तैयार कर लीजिये.
ताजे दही और हरे धनिये की चटनी, मीठी चटनी के साथ केले के कटलेट परोसिये और खाइये.
नोट - (1) अगर आप फ्राइड कट्लएट्स ना खाना चाहे मिश्रण में सिघाड़े या कूटू मिलाने की ज़रूरत नही है और कढ़ाई के स्थान पर तवा (नेनस्टिक) इस्तेमाल करे और तवे पर थोड़ा सा घी डालकर उसपर चपटा किए हुए टिंकियो को सिकने के लिये रखिये. दोनों ओर पलट पलट कर ब्राउन होने तक सेक कर कटलेट निकाल कर प्लेट में रख लीजिये, सारे कटलेट इसी तरह सेंक कर तैयार कर लीजिये. आपके केले के कटलेट तैयार हो जाएँगे.
(2) यदि आप इसे फलाहार के रूप में न लेना चाहें तो सैंधा नमक के स्थान पर सामान्य नमक और सिंघाड़े या कूटू के आटे की जगह कार्न स्टार्च या बेसन का प्रयोग करें.
(3) केले या आलू के कटलेट वगैरह बनाते समय आलू को उबालने के तुरन्त बाद प्रयोग न करें. इन्हें या तो रात को हो उबाल कर रख दे या एक घंटे के लिये फ्रिज में रख दें तो आपके कटलेट बहुत अच्छे बनेंगे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Wednesday 17 October 2012
लौकी की खीर
लौकी की खीर
व्रत मे कुछ मीठा तो सभी को चाहिए खाने मे तो हम आपको आप लौकी की खीर बनाना सिखाते है, ये बहुत ही आसान और फटाफट बनने वाली रेसीपी है।
आवश्यक सामग्री-
1 कप - कद्दूकश की हुई लौकी
1 कप - चीनी या स्वादानुसार
1 लीटर - दूध
½ चम्मच - इलायची पाउडर
1 चम्मच - किशमिश
1 चम्मच - चिरोन्जी
2 चम्मच - कटे हुए काजू ,बादाम
विधि-
दूध को उबलने के लिए गॅस पर रखे और जब दूध मे उबाल आ जाए तो उसमें घिसी हुई लौकी मिलाएं। 20 मिनट तक धीमी आंच पर पकाए ओर बीच बीच में चलाती रहें।
जब दूध गाढा हो जाए तब दूध में चीनी मिला कर पांच - सात मिनट तक पकने दें। उसके बाद इसमें मेवे और इलायची पाउडर डाल कर मिलाए .इसे ठंडा या गरम जैसे चाहे खाए.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
सिंघाड़े या कूटू के आटे के पकौड़े
सिंघाड़े या कूटू के आटे के पकौड़े
व्रत के दिनो मे आपको ज़रूर कुछ नमकीन खाने की इच्छा होती होगी, तो हम आपको सिंघाड़े या कूटू के आटे के पकौड़े बनाना सिखाते है..
आवश्यक सामग्री -
सिघाड़े या कूटू का आटा - 200 ग्राम
आलू - 200 ग्राम
सेंधा नमक - आधा छोटी चम्मच या स्वादानुसार
काली मिर्च - आधा छोटी चम्मच
हरा धनिया - एक टेबल स्पून बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च - 2 बारीक कतरी हुई या स्वादानुसार
घी - पकोड़े तलने के लिये
विधि -
सबसे पहले आटे को एक बर्तन में निकाल कर थोड़ा पानी डाल कर कर अच्छी तरह फैट कर घोल बना लीजिये. इस घोल में सेंधा नमक, काली मिर्च, हरा धनियां और हरी मिर्च डाल कर मिला लीजिए और घोल को 5-7 मिनिट के लिये रख दीजिये. इससे घोल का आटा अच्छी तरह फूल कर तैयार हो जाएगा.
अब आलू को छील कर धोइये और पतले - पतले टुकड़ों में काट लीजिये.
कढ़ाई में घी डालकर गरम कीजिये. अब आटे के घोल में कटे हुये आलू मिलाइये और चम्मच या हाथ से उठाकर घोल मे लपेटे हुए आलू गरम घी में धीरे से डालिये. एक बार में 5-6 पकोड़े या जितने पकोड़े आसानी से तले जा सकें, कढ़ाई में डाल दीजिये, पकोडों को उलट पलट कर ब्राउन होने तक तल लीजिए. फिर इन तले हुये पकोड़े को प्लेट में निकाल लीजिए, ईसीप्रकार से सारे पकोड़े तल लीजिये.
अब आपके कूटू के या सिंघाड़े के आटे के पकोड़े तैयार हैं. इन पकोड़ों को धनिया टमाटर की चटनी या दही के साथ खाइये (चटनी की रेसिपी आप हमारे ब्लॉग से ले सकते है उसमे साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक डाल ले. CLICK HERE for चटनी की रेसिपी ) .
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Tuesday 16 October 2012
सिघाड़े की मीठी बरफी
सिघाड़े की मीठी बरफी
नवरात्रीव्रत के अवसर पर सिघाड़े की मीठी बरफी (कतली) बनाई जाती है. यह कतली बड़ी स्वादिष्ट होती है, इसे बनाना भी आसान है आइये सिघाड़े के आटे की मीठी बरफी बनायें.
आवश्यक सामग्री -
सिघाड़े का आटा - 100 ग्राम
घी - दो टेबल स्पून
चीनी - 100 ग्राम
इलाइची पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच
विधि -
सबसे पहले कढाई में घी को डाल कर गरम कीजिये. इसमे सिघाड़े का आटा डाल कर हल्का गुलाबी होने तक चलाते हुए भुनिए.
जब आटा भुन जाए तो इसमें तीन गुना पानी और चीनी, इलायची पाउडर मिलाकर चमचे से लगातार चलाते हुए मिलाइए. इसको उबाल आने के बाद लगभग 5 मिनिट तक पकाइये. ये गाड़ा हलुआ जैसा बन जायेगा.
अब एक थाली को घी लगा कर चिकना कीजिये और इसमे तैयार हलुवा डालकर लगभग आधा इंच की मोटाई में फैला कर जमा दीजिये.
जब ये ठंडा होकर जम जाए तब चाकू से अपने मनपसन्द आकार में काट लें.
बरफी को प्लेट में निकालिए और खाइये.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Monday 15 October 2012
कुट्टू के आटे की आलू वाली पूरी
कुट्टू के आटे की आलू वाली पूरी
व्रत के दिनों में सामान्य आटे के स्थान पर कुट्टू के आटे का प्रयोग किया जाता है. कुट्टू के आटे की सादा पूरी तो आपने कई बार बनाई होगी पर आज हम कुट्टू के आटे की पूरी आलू डालकर बनायंगे.
कुटू के आटे को अकेला गुंथना कठिन होता यदि हम इसमे आलू मिला लेते है तो ये आसानी से गूंथ कर बेला जा सकता है. आलू से पूरियां ज़्यादा खस्ता भी बनतीं है.
आवश्यक सामग्री -
कूटू के आटा - 1 कप
उबले आलू - दो मध्यम आकार के
नमक सैंधा - 1/2 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
कालीमिर्च पाउडर - आधी छोटी चम्मच
हरा धनियां - 2 टेबल स्पून बारीक कटा हुआ
घी - पूरियाँ तलने के लिए
विधि -
कूटू के आटे को किसी बर्तन में छान कर निकाल लीजिये, उबले आलू को छीलिये और मैस कीजिये, आटे में मिलाइये, सैंधा नमक, कालीमिर्च पाउडर और हरा धनिया मिलाइये. सभी चीजों को मिलाते हुये सख्त पूरी के आटे जैसा आटा गूथिये. आटा गुंथने के लिए पानी को बहुत थोड़ा थोड़ा करके डालिए वरना आटा ज़्यादा गीला हो जाएगा.
अब इस गुंथे हुये आटे को 20 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये इससे आटा अच्छा चिकना हो जाएगा. अब आटे की छोटी छोटी लोइया यानी गोले बना कर रख लीजिये.
अब कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये. एक गोला उठाइये, कूटू के सूखे आटे में लपेटिये और चकले पर रख कर लगभग 3 इंच के व्यास में बेल लीजिये. पूरी को गरम घी में डालिये और दोनों तरफ ब्राउन होने तक तलिये. सारी पूरी इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये.
लीजिए आपकी आलू वाली कूटू के आटे की पूरियां तैयार हैं. गरमा गरम पूरियां धनिया टमाटर की चटनी या दही के साथ खाइये (चटनी की रेसिपी आप हमारे ब्लॉग से ले सकते है उसमे साधारण नमक के स्थान पर सेंधा नमक डाल ले. CLICK HERE) .
नोट: यदि आप चाहे तो उबले आलू के स्थान पर उबली अरबी का प्रयोग भी कर सकते.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
साबूदाने की खिचड़ी (व्रत वाली)
साबूदाने की खिचड़ी (व्रत वाली)
व्रत मे मीठा खाने से हम बोर हो जाते है इसलिए आज हम आपको बनाना सिखाएगें साबूदाने की व्रत वाली खिचड़ी। ये काफ़ी आसानी से बनने वाली डिश हे जो आपके परिवार को बहुत पसंद आएगी।
आवश्यक सामग्री-
एक कप - साबूदाना भिगोया हुआ,
आधा कप - मूँगफली दाना
दो आलू उबले - छोटे टुकड़ों मे कटा हुआ,
एक बड़ा टमाटर - छोटे टुकड़ों मे कटा हुआ
चार चम्मच - देशी घी,
आधा चम्मच - जीरा,
दो हरी मिर्च- बारीक कटी हुई,
एक बड़ा चम्मच - हरा धनिया बारीक कटा हुआ,
एक बड़ा चम्मच - नींबू का रस
स्वादानुसार - सेंधा नमक, विधि-
आधी छोटी चम्मच या स्वादानुसार - काली मिर्च पाउडर,
विधि-
खिचड़ी बनाने से कम से कम आधा घंटा पहले साबूदाने को पानी में भिगो लीजिए (भिगोते समय पानी सिर्फ इतना डालिये कि साबूदाना इसमें डूब जाये लेकिन सतह पर पानी अधिक ऊपर तक तैरता न रहे.) खिचड़ी बनाने से पहले साबूदाने को हाथ में हल्का सा दबा कर उसका पानी निकल लें . इसके बाद कढ़ाई में घी गरम कर उसमें मूँगफली दानो को हल्का भूरा होने तक तले और फिर उसे निकाल लें। उसके बाद घी में जीरा डालिए जीरा ब्राउन होने के बाद इसमे आलू, टमाटर, हरी मिर्च डाल कर उसे लगभग २ मिनिट फ्राई करें। फिर उसमें साबूदाना डाल कर मिलाए और मूँगफली दाना, काली मिर्च पाउडर, सेंधा नमक डाल कर मिला दे और इसे ढककर लगभग 5 मिनट तक पकाएं। बीच मे इसे एक दो बार चला दे ताकि ये कड़ाई मे चिपके नही. तैयार खिचड़ी मे नींबू का रस डाल कर मिला लीजिए.
लीजिये अब आपकी खिचड़ी तैयार हो गई है, अब इसे हरे धनिये से सजा कर गरमा गरमा परोंसे.
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Sunday 14 October 2012
आलू का भरवां मीठा परांठा (व्रत के लिए )
आलू का भरवां मीठा परांठा (व्रत के लिए )
व्रत में खाने के लिए कुछ नया और अलग हो तो सब को मज़ा आ जाएगा. तो आइये आज हम आलू का भरवां मीठा परांठा बनाते है.
आवश्यक सामग्री :
200-200 ग्राम - सिंघाड़े व राजगिरे का आटा
500 ग्राम- आलू
1/2 कटोरी -शक्कर
आधा छोटी चम्मच - इलायची पावडर
4-5 केसर के लच्छे
घी- 4-6 चम्मच
विधि :
पहले आलू को उबाल कर, छिल कर मैश कर ले. अब एक कड़ाही में धीमी आंच पर दो चम्मच घी गरम करें व इसमें मेश आलू डाले ओर पांच-सात मिनट तक भूनें और शक्कर मिलाएं व लगातार हिलाते हुए पांच मिनट तक ओर भूनें। इसके बाद इलायची पाउडर, केसर डालकर हिलाएं और आंच से उतार लें।
अब राजगिरे व सिंघाड़े का आटा मिलाकर गूंथ लें। तैयार पिट्ठी ठंडी होने पर की गोलियां बना लें। पूरी जितनी लोई बेलकर आलू की पीठी भरें ओर मुंह बंद कर बेलें और दोनों तरफ घी लगाकर तवे पर धीमी आंच पर सेकें। गरमा-गरम आलू का भरवां मीठा परांठा तैयार है.
इस पराठे को आप ताजे दही के साथ खाए.
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Saturday 13 October 2012
पनीर व सिंघाड़े का फलाहारी दही भल्ला (व्रत के लिए)
पनीर व सिंघाड़े का फलाहारी दही भल्ला (व्रत के लिए)
नवरात्री आने वाली है, व्रत में खाने के लिए कुछ नया और अलग हो तो सब को मज़ा आ जाएगा. तो आइये आज हम पनीर व सिंघाड़े का फलाहारी दही भल्ले बनाते है.
आवश्यक सामग्री :
आधा कप - पनीर,
एक कप - सिंघाड़े का आटा,
एक कप - उबले मैश आलू,
दो बड़े चम्मच - दरदरे पिसे काजू ,
एक बड़ा चम्मच - किशमिश
एक - बारीक कटी हरी मिर्च,
दो कप - फेंटा दही ताज़ा
स्वादानुसार- सेंधा नमक,
एक बड़ा चम्मच - शक्कर पीसी हुई,
एक बड़ा चम्मच - भुना जीरा पावडर,
एक बड़ा चम्मच - अनार के दाने
तलने के लिए पर्याप्त मात्रा में तेल।
विधि :
सबसे पहले पनीर को कद्दूकस करके इसमें मैश आलू, काजू, किशमिश, हरी मिर्च, व सेंधा नमक मिला लें। इस मिश्रण के छोटे-छोटे गोले बना लें।
अब सिंघाड़े के आटे का थोड़ा गाढ़ा घोल बनाए (घोल न तो बहुत पतला हो न ही बहुत गाढ़ा). गॅस पर कड़ाई मे तेल गर्म करें और तैयार गोलों को घोल में डुबोकर गरम तेल में सुनहरे होने तक तल लें। इसी प्रकार सारे गोले (भल्ले) तल लीजिए.
दही में शक्कर मिला कर अच्छे से फेंट ले. अब एक प्लेट में भल्ला परोस कर उसके उपर दही डालें और भुना जीरा पावडर व अनारदाने डालकर सज़ा ले. चाहे तो आप एक चम्मच बारीक कटा हुआ धनिया भी उपर से सजाने के लिए इस्तेमाल कर सकते है.
आपके स्वादिष्ट दही भल्ले तैयार है.
नोट: (1) आप इसमे अदरक भी मिला सकते. इसके लिए एक लगभग आधा इंच के टुकड़े को कद्दूकश करके पनीर इत्यादि के मिश्रण मे ही मिला ले और फिर गोले बनाए.
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रबड़ी
रबड़ी
रबड़ी उत्तर भारत में अधिक पसंद की जाती हैं. रबड़ी का स्वाद लाजबाव होता है. खाना खाने के बाद रबड़ी खाने का मज़ा कुछ और ही है. इसे मालपुआ, जलेबी और इमरती के साथ भी खाते हैं.
आइये आज हम रबड़ी बनाए.
आवश्यक सामग्री -
दूध - 1 लीटर फुलक्रीम
चीनी -50 ग्राम
छोटी इलाइची - 2-3 (छील कर कूट लीजिये)
विधि -
रबड़ी बनाने के लिए कढ़ाही भारे तले की होनी चाहिये. दूध को कढ़ाही में डालकर गरम करने रखिये, दूध में उबाल आने पर गैस धीमी कर दीजिये.
दूध पर मलाई की हल्की परत जैसे ही आये कलछी से उठाकर, कढ़ाही के किनारे लगा दीजिये. थोड़ी देर बाद फिर से दूध के ऊपरी सतह पर मलाई आ जाएगी इसे भी उठाइये और किनारे पर लगा दीजिये. दूध को धीमी गैस पर उबलने दीजिये और मलाई की परत को कढ़ाही के किनारे लगाते रहिये. कढ़ाही के किनारे जमी मलाई की परत सूख कर खुश्क होती रहेगी, बार बार यही करना है, जब मलाई कढ़ाही के चारों ओर इकठ्ठी हो जाय और कढाई में दूध गाड़ा होकर एक तिहाई ही बचे तो बचे दूध में चीनी और इलाइची पाउडर मिलाइये और लगभग2 मिनिट बाद गैस बन्द कर दीजिये कलछी से कढ़ाही के किनारों से मलाई खुरचकर निकालिये और उस गाड़े दूध में ही मिला दीजिये. खुरची हुई मलाई की परत (खुरचन) को दूध में मिलाते समय अधिक मत चलाईये ताकि रबड़ी में खुरचन की गांठे पड़ी रहें. लीजिये रबड़ी तैयार हो गई है. रबड़ी को किसी बरतन में निकालिये और फ्रिज में रख कर ठंडा कीजिये, खाना खाने के बाद ठंडी ठंडी रबड़ी खाइये.
रबड़ी को फ्रिज में रखकर 2 दिन तक खा सकते हैं.
नोट:- (1) रबड़ी बनाते समय ध्यान रहे कि चमचे से मलाई निकालने के बाद दूध को भी तले तक चला दीजिये, दूध कढ़ाई के तले में नहीं लगना चाहिये, गैस को तेज न रखे, नहीं तो जो मलाई किनारे पर लगा कर रखी है वह जल जायेगी.
(2) यदि आप चाहे तो रबड़ी के उपर कतरा हुआ पिसता डाल कर भी सर्व कर सकते.
(3) अगर रबरी जलेबी या मालपुए के साथ खाने के लिए बनाए तो चीनी की मात्रा थोड़ी कम कर दीजिए .
Thursday 11 October 2012
गोभी मटर मसाला
गोभी मटर मसाला
आज कल गोभी और मटर का सीजन आ गया है तो आइये आज बनाते है मसालेदार गोभी मटर मसाला. इस मसालेदार सब्जी को आप मेहमआनो के लिए भी परोस सकते है.
आवश्यक सामग्री -
फूल गोभी - 1 मीडियम साइज़ का
हरी मटर के दाने - लगभग 1 कप
टमाटर - 2 -3 मीडियम साइज़
प्याज - 2 मीडियम साइज़
लहसुन - 2-3 कलियाँ
हरी मिर्च - 1-2
अदरक - आधा इंच लम्बा टुकड़ा
मूंगफली के दाने - एक टेबल स्पून
तेल - एक से डेड बड़ा चमचा
जीरा - एक चौथाई छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर - आधा छोटी चम्मच
धनियां पाउडर - 1 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
लाल मिर्च - आधा छोटी चम्मच या स्वादानुसार
गरम मसाला - आधा छोटी चम्मच
फ्रेश मलाई - 1 बड़ी चम्मच
हरा धनियां - एक टेबल स्पून (बारीक कतरा हुआ)
विधि -
फूल गोभी को मोटे टुकड़ों में काट लीजिये . गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक डालकर उसमे गोभी के टुकड़ों को डाल कर 10 मिनिट के लिये रख दीजिये, अब ये पानी हटाकर साफ पानी से गोभी को धो लीजिये. मटर के दाने भी धो लीजिये. प्याज, लहसुन को छीलकर बड़े टुकड़ों मे काट ले, टमाटर, हरी मिर्च, अदरक धोइये और बड़े टुकड़ों में काट लीजिये, छिले हुये मूंगफली के दाने, इन सब को बारीक पीस कर मसाला तैयार कर लीजिये. इस पिसे मसाले मे हल्दी पाउडर, धनियां पाउडर, लाल मिर्च, नमक भी मिला लीजिए.
अब कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये, तेल में जीरा डालिये, जीरा तड़कने पर पिसा हुआ मसाला व मलाई डाल कर चमचे चला चला कर मसाले को तब तक भूनिये जब तक कि मसाले के ऊपर तेल न तैरने लगे.
भुने मसाले में कटे हुये गोभी और मटर के दाने डाल कर 2 मिनिट भूनिये, एक कप पानी डालकर सब्जी को ढककर लगभग 10 मिनिट के लिये धीमी गैस पर पकाइये. ढक्कन खोलिये और देखिये कि मटर के दाने और गोभी के टुकड़े थोड़े नरम हो गये हैं, अगर गोभी आपको हल्का नरम न लग रहा हो तब सब्जी को चमचे से चलाइये, पानी कम लग रहा तो थोड़ा पानी भी डाल सकते हैं और सब्जी को फिर से ढककर थोड़ी देर और पका लीजिये. (इन सब्जियों को मैश न होने दें). ढक्कन खोलिये सब्जी में गरम मसाला और आधा हरा धनियां मिला दीजिये.
ये लीजिये गोभी मटर मसाला तैयार है, सब्जी को प्याले में निकालिये और ऊपर हरा धनियां डाल कर सजाइये. गरमा गरम गोभी मटर मसाला, नान, चपाती, परांठे, चपाती या चावल के साथ परोसिये और खाइये.
नोट : (1) आप सब्जी में प्याज, लहसुन नही डालना चाहते है तो मसाले के साथ प्याज, लहसुन मत लीजिये और बिलकुल उपरोक्त तरीके से मसाला भूनिये और सब्जी तैयार कर लीजिये.
(2) मलाई बाज़ार से लाने की आवश्यकता नही है, इसमे हमने घर की दूध के उपर से उतरी हुई मलाई इस्तेमाल की है.
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Tuesday 9 October 2012
फलों का रायता (व्रत के लिए)
फलों का रायता (व्रत के लिए)
व्रत के समय फलों का रायता बनाइये, यह बड़ा ही स्वादिष्ट होता है. इससे खाने का स्वाद और पाचन दोनों ही बढ जाएँगे.
आवश्यक समीग्री
केला - 1 मोटे गोल टुकड़े में कटा हुआ
सेब - 1 छील कर छोटे छोटे टुकड़े में कटा हुआ
अंगूर - 18 - 20 डंठल तोड़े हुए
अनार के दाने- आधा कटोरी
दही - 2 कप
चीनी - 2 -3 टेबल स्पून
इलायची पाउडर - चोथाई छोटी चम्मच
विधि
सबसे पहले दही मे 2 -3 टेबल स्पून चीनी मिला कर फैट लीजिये. सारे फलों को दही में मिलाइये. इलायची पाउडर रायते में मिला दीजिये. रायते को ठंडा होने के लिये फ्रिज में रख दीजिये.
आपका फलों का रायता तैयार है, ठंडा रायता परोसिये.
नोट:- (1) फलों का रायता बनाने के लिये आप अपने मन पसन्द कोई भी फल ले सकते हैं, जैसे आम, स्ट्रॉबेरी, आदि.
(2) आप इसमे दही की जगह फ्रेश क्रीम का इस्तेमाल भी कर सकते है, ये बाजार मे आसानी से पॅक्ड भी मिल जाती है.
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कूटू के आटे का चीला
कूटू के आटे का चीला
कूटू के आटे का उपयोग व्रत मे सभी करते है . कूटू के आटे का चीला बहुत अच्छा बन जाता हैं. तो आइये कूटू के आटे का चीला बनाते है.
आवश्यक समीग्री
एक कप - कूटू का आटा छना हुआ
200 - ग्राम अरबी
1 छोटी चम्मच नमक
आधा छोटी चम्मच काली मिर्च
एक टेबल स्पून - हरा धनियां कतरा हुआ
विधि
सबसे पहले कूटू का आटा छान कर किसी बर्तन में निकाल लीजिये, अरबी धोकर उबाल लीजिये. अरबी को छील कर, कद्दूकस करके, मैस कर लीजिये. कूटू के आटे में मिलाइये, थोड़ा थोड़ा पानी डाल कर, आटे को घोलते जाइये, गुठलियां नहीं पड़नी चाहिये.
घोल को अधिक गाड़ा और अधिक पतला मत कीजिये. घोल को 15 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये.
अब घोल में 1 छोटी चम्मच नमक, आधा छोटी चम्मच काली मिर्च और एक टेबल स्पून कतरा हुआ हरा धनियां मिला लीजिये.
तबे को गैस पर रखिये, गरम कीजिये, एक बड़ा चमचा घोल तवे पर डालिये और चमचे से गोल गोल चलाते हुये पतला चीला फैलाइये. चीले की नीचली सतह ब्राउन होने तक सेक कर पलट दीजिये. दूसरी तरफ भी ब्राउन होने तक सेकिये. अब चीला तवे से उतार कर प्लेट में रखिये. सारे चीले इसी तरह बनाकर तैयार कर लीजिये.
लीजिए आपके कूटू के चीले तैयार हैं इन्हैं आप गरम गरम फ्राई आलू, चटनी, फलो के रायते या दही के साथ खा सकते है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
आलू फ्राई (व्रत के लिए)
आलू फ्राई (व्रत के लिए)
व्रत मे आलू फ्राई कर के खाना बहुत अच्छा लगता हैं. आलू छोटे हों तो साबुत ही फ्राई किये जा सकते हैं, यदि आलू बड़े हैं तो उनके टुकड़े कर के फ्राई किये जा सकते हैं. आइये व्रत के लिये आलू फ्राई करें.
आवश्यक सामग्री
आलू- 6-7 मीडियम साइज़ के
घी - 1 कप
जीरा - आधा छोटी चम्मच
व्रत का नमक - स्वादानुसार
काली मिर्च पाउडर - आधा छोटी चम्मच
नींबू का रस - दो छोटी चम्मच
हरा धनिया - दो चम्मच बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च - एक बारीक कटी
विधि
6-7 मीडियम आकार के आलू अच्छी तरह धोकर उबाल लीजिये, इन्हे ठंडा कीजिये ओर छील लीजिये. अब घी कढ़ाई में डाल कर गरम कीजिये, गरम घी में आलू डाल कर डीप फ्राइ करे. हल्के ब्राउन होने तक तल कर प्लेट में निकाल ले.
एक टेबल स्पून घी बचाकर,अतिरिक्त घी निकाल दे. अब इस में जीरा डाले जीरा तड़कने के बाद आलू, हरी मिर्च, व्रत का नमक और आधा छोटी चम्मच काली मिर्च पाउडर डाल कर आलू 2-3 मिनिट तक भूनिये, गैस बन्द कर दीजिये, हरा धनियां और एक नीबू का रस डाल कर मिलाइये. बस हो गये व्रत के लिये आलू तैयार हैं. इन्हे गरमा -गरम परोसिये .
इसे कूटू के आटे की पूरी या चीले के साथ खाइए.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
हरे धनिए व टमाटर की चटनी
हरे धनिए व टमाटर की चटनी :-
सर्दियो के मोसम मे हम अक्सर पराठे बनाते है ,इनके साथ हरे धनिए की चटनी हो तो मज़ा दोगुना हो जाता है तो आइए आज हम हरे धनिए की चटनी बनाते है.
आवश्यक सामग्री :-
हरा धनिया - 25-30 ग्राम(एक छोटा गुच्छा)
हरी मिर्च - 2-3
टमाटर - एक बड़ा
जीरा - 1/2 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
विधि :-
हरे धनिए को साफ कर के धो ले ओर उसे मोटा- मोटा काट कर मिक्सी के जार मे डाले ,अब इसमे हरी मिर्च,टमाटर को भी बड़े टुकड़ो मे काट कर डाले. अब नमक,जीरा व आवश्यकता हो तो 2-4 चम्मच पानी डाल कर पीसे. लीजिए हो गयी आपकी चटनी तैयार.
नोट :- इस चटनी मे आप 2 कालिया लहसुन व एक छोटा टुकड़ा अदरक भी डाल सकते है इससे बहुत अच्छा फ्लेवर आएगा साथ ही सर्दी मे ये स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
सिघाड़े (कुटु) के आटे की कचौड़ियां
सिघाड़े (कुटु) के आटे की कचौड़ियां
नवरात्री आने वाली है, व्रत में खाने के लिए कुछ नया हो तो सब को मज़ा आ जाएगा. आइये आज हम सिघाड़े के आटे से कचौड़ियां बनाते है..
आवश्यक सामग्री - कूटू की कचोरी या सिंघाड़े की कचोरी
सिघाड़े (या कुटू) का आटा - दो कप
आलू - 4 उबले,छिले हुये
हरी मिर्च - 2 बारीक कटी हुई
हरा धनिया - 2 चम्मच बारीक कटी हुआ
अदरक - एक इंच का टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ
काली मिर्च पाउडर - एक चौथाई छोटी चम्मच
अमचूर - एक चौथाई छोटी चम्मच (यदि आप चाहें)
सैन्धा नमक (व्रत का नमक)- स्वादानुसार
घी - तलने के लिये
विधि :-
सिघाड़े का आटा छानिये, थोड़ा सा नमक और दो छोटी चम्मच घी डाल कर नरम आटा गूथ लीजिये.
आलू को कद्दूकस कर ले ओर हरी मिर्च, अदरक, हरा धनिया, काली मिर्च पाउडर, अमचूर पाउडर और सैन्धा नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लीजिये, कचौड़ी के अन्दर भरने के लिये पिठ्ठी तैयार है.
कढ़ाई में घी डाल कर गरम करे. अब आटे से थोड़ा सा आटा तोड़िये, गोल कीजिये, दबा कर हथेली पर उंगलियों के सहारे से बड़ा कर लीजिये. बीच में एक छोटी चम्मच आलू रखिये और चारों तरफ से पूरी को उठाकर आलू को बन्द कीजिये.
आलू भरी लोई को हथेलियों से दबा दबा कर बड़ा कर लीजिये और गरम घी में डालिये . आप एक बार मे 2-3 कचौड़ियां एक बार में डाल कर, उलट -पलट कर ब्राउन होने तक तल लीजिये. इसी तरह से बाकी कचौड़ियां भी तल ले.
गरमा गरम सिघाड़े (कुटु) के आटे की कचौड़ियां ताजे दही, हरे धनिए की चटनी (व्रत वाली) या साबूदाना खीर के साथ परोसिये .
नोट: हरे धनिए की चटनी की रेसिपी के लिए हमारी साइट देखे.
इस रेसिपी से सबंधित प्रश्ना, सुझाव एवं अनुभव हमे लिखे.
Thursday 4 October 2012
घर पर घी बनाए
घर पर घी बनाए :-
हम सभी घी का उपयोग रोज़ाना करते है पर आज कल बाज़ार मे शुद्ध देसी घी मिलना बहुत मुश्किल है. आपने अक्सर मिलावटी या नकली घी के बारे मे सुना होगा. इसलिए आज हम आपको घर पर ही घी बनाने की विधि सिखाएगे. घी बनाना बहुत ही आसान है ओर इसमे ज़्यादा समय भी नही लगता साथ ही साथ आपकी ये समस्या भी ख़तम हो जाएगी की मलाई का क्या किया जाए क्योकि बच्चे इसे दूध मे पीना पसंद नही करते ओर बड़े वजन बढ़ जाने के डर से नही खाते.
विधि:
घी बनाने के लिए हमे दूध (फुल क्रीम दूध) गरम करने के बाद उसको जाली ढककर रखना चाहिए ताकि उसके उपर मलाई आ जाए और ठंडा हो जाए जब दूध ठंडा हो जाए इसे फ्रिज मे रख दे .5 -6 घंटे बाद आप देखेंगे की मलाई काफ़ी मोटी हो गई है, अब इस मलाई को उतार कर किसी बड़े कटोरे मे इकट्ठा करे इस प्रकार 8-10 दिन (मलाई के मात्रा के अनुसार) मलाई को इकट्ठा कर ले. मलाई को हमेशा फ्रिज मे ही रखे अन्यथा वह खराब हो जाएगी. जिस दिन आप घी बनाना चाहे रात को मलाई को गॅस पर गरम करे (जैसे हम दही जमाने के लिए करते है) ओर उसमे दो चम्मच दही डाल कर मिला दे ओर ढक कर रख दे . सुबह तक ये दही की तरह जम कर तैयार हो जाएगी .
अब इस मलाई को एक बड़े भिगोने मे डाले (पहले चित्र की तरह) और इसमे दो से ढाई ग्लास सादा पानी डालकर हॅंड बलेंडर (या रई या मथानी ) से बिलोये (दूसरे चित्र की तरह) और इसको तब तक बिलोए जब तक की इससे मक्खन अलग ना हो जाए. यह आपको उपर नज़र आने लगेगा (तीसरे चित्र के अनुसार) अब इसको 10 से 15 मिनिट के लिए छोड़ दे और 15 मिनिट बाद फिर से बलेंडर से 5-7 मिनिट चलाए. जब मक्खन पूरी तरह से अलग हो जाए तब ब्लॅंडर को बाहर निकाल ले ओर भगोने मे बर्फ डाले, पूरी ट्रे बर्फ डाल दीजिए. बर्फ डालने से मक्खन थोड़ा टाइट हो जाता है ओर इसे उठाना आसान हो जाता है. जब बहुत ज़्यादा गर्मी (मई,जून) होती है तो बिलोने पर मक्खन मोटा-मोटा नज़र नही आता बल्कि घी जैसा पतला तैरता हुआ नज़र आता है, तब आप इसे लगभग 10 मिनिट बिलोने केबाद इसमे बर्फ या ठंडा पानी डाल दे (बर्फ हो तो ज़यादा अच्छा) ओर 5-7 मिनिट ओर बिलोए मक्खन टाइट हो कर उपर तेरने लगेगा. अब इसे हाथ से उठा कर कड़ाही मे निकाल कर रख ले. ऐसे ही जब बहुत ज़्यादा सर्दी (दिसंबर,जनवरी) होती है तो बिलोने पर मक्खन अलग नही होता और हमे पतला मट्ठा ही नज़र आता है तो इसे लगभग 10 मिनिट बिलोने केबाद इसमे एक से डेड गिलास गर्म पानी डाल दे (पानी न तो कम गरम होना चाहिए और न ही खोलता हुआ बल्कि पानी इतना गरम डालिए की आपकी मलाई हल्की गरम हो जाए इससे घी और मट्ठा अलग अलग हो जाएगा) और 5-7 मिनिट (या मक्खन आने तक) ओर बिलोए मक्खन अलग होकर उपर तेरने लगेगा. अब इसे हाथ से उठा कर कड़ाही मे निकाल कर रख ले.
अब इस कड़ाई को गॅस पर रख दे और मीडियम आग पर पकने दे, शुरू मे गॅस को बिल्कुल धीमा ही रखे ताकि मक्खन उफन कर बाहर ना आए. जब वो खोंलने लगे तो आग मीडियम पर करके पकने दे (पाँचवे चित्र मे ध्यान से देखिए). लगभग 15 से 20 मिनिट मे आपको क्लियर घी अलग हल्के पीले रंग का दिखने लगेगा (6th चित्र मे ध्यान से देखिए). अब गॅस बंद कर दीजिए ध्यान दे की घी का पीला रंग आने बाद ज़्यादा नही पकना है वरना घी जलने लगेगा इसेसे घी मात्रा भी कम होगी और इसका रंग भी हल्का ब्राउन हो जाएगा और इसके स्वाद मे भी फ़र्क आ जाएगा.
अब स्टील का एक डिब्बा या बर्तन लीजिए इसके मुह पर पतला साफ कॉटन का कपड़ा बंधीए (जैसे हम आचार की बर्नी पर बाँधते है) और घी को चमचे की सहायता से छान लीजिए. या फिर आप बारीक छेद वाली स्टील की छन्नी से भी छान सकते है ये आसान भी है.
लीजये आपका शुद्ध देसी घी तैयार है. अच्छी तरह से पका हुआ घी कई महीनो तक इस्तेमाल किया जा सकता है.
नोट: मक्खन निकालने के बाद भिगोने मे जो मट्ठा (छाछ) बचा है उसे कढ़ी बनाने मे या भूना जीरा पाउडर व काला नमक मिलकर पीने के लिए इस्तेमाल कर सकते है. इस्तेमाल से पहले इसे छान ले.
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